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Teacher’s Salary & Pay Scale: देश में शिक्षकों (Teachers) को बेहद सम्मान के नजर से देखा जाता है और इनके लिए समाज के सभी वर्गों में बेहद आदर रहता है. टीचर्स को बच्चों (Students) का भविष्य निर्माता के रूप में देखा जाता है और इसके लिए उन्हें कितनी सैलरी (Teacher’s Salary) मिलती है, ये जानने की उत्सुकता आपके मन में रहती होगी.
अध्यापकों की औसत सैलरी
भारत में टीचर्स की सैलरी 2.1 लाख प्रति वर्ष के आधार पर 17.5 हजार रुपये प्रति महीना औसत मानी गयी है. देश में अलग-अलग राज्यों और शहरों में 20536 टीचर्स से बात करके इसकी निष्कर्ष निकाला गया है.
अनुभव के आधार पर टीचर्स की औसत सैलरी
- मामूली अनुभव वाले टीचर्स की सैलरी 2.90 लाख रुपये सालाना तक जा सकती है और इसके अंतर्गत 1 साल तक के अनुभव वाले शिक्षकों को भी रखा जा सकता है.
- अधिक एक्सपीरिएंस और विषय पर पकड़ रखने वाले शिक्षकों के लिए सालाना 5.30 लाख रुपये सालाना की सैलरी स्केल जा सकते हैं.
- सरकारी और निजी स्कूल वाले शिक्षकों की सैलरी में भी बड़ा अंतर होता है और इसेक तहत एक सरकारी टीचर की औसत सैलरी 2.3 लाख रुपये से लेकर 8.4 लाख रुपये सालाना हो सकती है.
- वहीं निजी स्कूल के टीचर्स के लिए सैलरी का अनुपात 2.80 लाख रुपये सालाना से लेकर 5 लाख रुपये सालाना हो सकती है.
टीचर्स की सैलरी- कुछ तथ्य जानें
- एक एक्सपीरिएंस्ड टीचर की सैलरी 50 लाख रुपये सालाना तक भी हो सकती है और वहीं इस फील्ड में आने वाले नए टीचर्स के लिए संतोषजनक 2.90 लाख रुपये सालाना तक की औसत सैलरी हो सकती है.
- टीचर्स की सैलरी इस बात पर भी निर्भर करती है कि वो किन स्तर की क्लासेस को ले रहे हैं, जैसे प्राइमरी टीचर को औसतन 15,000 रुपये की सैलरी मिल सकती है वहीं हाई स्कूल टीचर्स को 22,000 रुपये महीने की सैलरी तक हासिल हो सकती है.
- सरकारी टीचर को औसत 35,000 रुपये की मासिक सैलरी मिल सकती है वहीं इस स्तर की क्लासेस लेने वाले शिक्षकों की सैलरी 15,000 रुपये मासिक भी हो सकती है जो कि नेशनल ऐवरेज टीचर्स सैलरी से 22 फीसदी कम है.
किन शहरों में सर्वाधिक है टीचर्स की सैलरी
टीचर्स की सैलरी के लिए देखा जाए तो कुछ देश के कुछ शहर ज्यादा उपयुक्त हैं और इसमें पुणे, दिल्ली, लखनऊ, बेंगलुरू, गुड़गांव जैसे शहरों के नाम शामिल हैं.
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